CONGRESS सांसदों के निलंबन के खिलाफ सड़क पर, भोपाल में दिया धरना
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 22 दिसंबर। लोकसभा और राज्य सभा से विपक्षी सांसदों के निलंबव के विरोध में कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई शुक्रवार को भोपाल विरोध प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। कांग्रेस ने सांसदों के निलंबन को लोकतंत्र की हत्या करार दिया तो भाजपा ने कांग्रेस के आंदोलन को आड़े हाथों लेते हुए इसे चोरी और सीना जोरी कहा है।
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान अनियंत्रित व्यवहार और तख्तियां ले जाने के कारण कम से कम 146 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है, जिनमें 100 लोकसभा से और 46 राज्यसभा से हैं। इसके खिलाफ कांग्रेस सड़कों पर उतर आई है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में पार्टी ने भोपाल में आंदोलन कर धरना दिया।
धरना प्रदर्शन के बाद पीसीसी चीफ पटवारी ने पत्रकारों से कहा, ‘यह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। निर्वाचित सांसदों को संसद से निलंबित कर दिया गया है। जिन निर्वाचन क्षेत्रों का ये सांसद प्रतिनिधित्व करते हैं, वहां के लोगों के सवालों का क्या होगा? यह लोकतंत्र की हत्या है।उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने लोकतंत्र के मंदिर में सवाल पूछने की जन प्रतिनिधियों की शक्ति को कुचल दिया है। पटवारी ने कहा कि उन्हें भी बिना किसी कारण के पिछली राज्य विधानसभा के आखिरी सत्र से निलंबित कर दिया गया था, जो उन लोगों का अपमान था जिन्होंने उन्हें चुना था।पटवारी ने कहा कि जनता से संबंधित मुद्दों को उठाने के लिए सांसदों का निलंबन ‘हिटलरशाही’ है।इस अवसर पर उपस्थित लोगों में पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पार्टी उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया और पर्वतारोही मेघा परमार शामिल थे। कांग्रेस के इस आंदोलन को मप्र में सत्तारूढ़ बीजेपी ने चोरी ऊपर से सीना जोरी करार दिया है। पार्टी के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि देश के सम्मानीय उपराष्ट्रपति की मिमिक्री और ख़ुद उसका वीडियो बनाते राहुल गांधी... कांग्रेस को धरने की बजाय माँफी माँगना चाहिये। सलूजा ने कहा कि नवनियुक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नेतृत्व में आयोजित पहला धरना प्रदर्शन ही सुपर फ्लॉप रहा। इसमें गिनती के कार्यकर्ता ही जुटे और दिग्गजों ने इससे पूरी तरह किनारा किया।